|| होलिका दहन का संदेश ||

आप सभी को भक्त प्रह्लाद की भक्ति और परमात्म प्रेम की विजय के प्रतीक पर्व होलिका दहन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं!!
आइए, इस अवसर पर हम सभी घृणा, अहंकार एवं बुराइयों का दहन कर सामाजिक सद्भाव और भाईचारे को आत्मसात करें तथा नई उमंग व उत्साह के साथ होली का स्वागत करें।
जीवन में प्रभु शरणागति होगी तो विपदा की धधकती ज्वालाओं के मध्य भी आप सुरक्षित एवं प्रसन्नचित्त बने रहेंगे। ईश्वर के प्रति अटूट आस्था एवं पूर्ण शरणागति के पावन पर्व का नाम ही होलिका दहन है। जिस अनुपात में हमारे भीतर प्रभु के प्रति समर्पण भाव होगा उसी अनुपात में हमारा जीवन निर्भय एवं आनंदमय भी बना रहेगा। जीवन का जो भी कार्य प्रभु समर्पित होकर किया जाता है फिर कठिन से कठिन होने पर भी उस प्रभु द्वारा पूर्ण कर दिया जाता है।
होलिका दहन का पर्व हमें समझाता है कि भक्त का अनिष्ट करने वाले का अस्तित्व ही नष्ट हो जाता है।
साधु पुरुषों के प्रति रखा गया द्वेष भाव जीवन में विपत्ति का कारक बन जाता है। ईश्वर के प्रति निष्ठावान व्यक्ति के जीवन से दुर्मति रूपी होलिका का दहन प्रभु स्वयं करते हुए अपने आश्रित जन की झोली प्रसन्नताओं से भी भर देते हैं।
एक बार पुनः आप सभी को होलिका दहन के पावन पर्व की अनंत शुभकामनाएं एवं मंगल शुभकामनाएं।
आज का दिन शुभ मंगलमय हो।